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बिहार, भारत की कला, संस्कृति और साहित्य.......Art, Culture and Literature of Bihar, India ..... E-mail: editorbejodindia@gmail.com / अपनी सामग्री को ब्लॉग से डाउनलोड कर सुरक्षित कर लें.

# DAILY QUOTE # -"हर भले आदमी की एक रेल होती है/ जो माँ के घर तक जाती है/ सीटी बजाती हुई / धुआँ उड़ाती हुई"/ Every good man has a rail / Which goes to his mother / Blowing wistles / Making smokes [– आलोक धन्वा, विख्यात कवि की एक पूर्ण कविता / A full poem by Alok Dhanwa, Renowned poet]

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Saturday 23 December 2017

सांस्कृतिक परिक्रमा अंक- 23.12.2017 भाग1 (Cultural Roundup by Bihari Dhamaka)

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नोट: शीघ्र ही इस अंक के अगले भागों के लिए अपने कार्यक्रम के चित्र और विवरण इमेल से 
hemantdas_2001@yahoo.com पर भेजें. 

बढ़हीया इंटर कालेज में आयोजित मथुरा प्रसाद "नवीन" जी की पुण्य तिथि के अवसर पर कवि सम्मेलन में एस.के.प्रोग्रामर और अन्य गणमान्य प्रतिनिधि (नीचे का एक चित्र भी)

अवर अभियन्ता संघ भवन में 9 दिसम्बर 2017 को राजस्थान की सुप्रतिष्ठ उपन्यासकार डॉ.मृदुला बिहारी ,जिन्होंने रानी पद्मावती पर पूर्णाहुति उपन्यास की रचना की है,का "रानी पद्मावती की ऐतिहासिकता"विषय पर एकल व्याख्यान का आयोजन जिज्ञासा संसार,चौथा तहलका ,सृजन संगति आदि संस्थाओं द्वारा किया गया था,जिसकी अध्यक्षता सुप्रतिष्ठ साहित्यकार और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अवकाश प्राप्त पदाधिकारी श्री जियालाल आर्य ने की,जबकि इसका सञ्चालन डॉ.शिवनारायण ,सम्पादक,नई धारा द्वारा किया गया।आगत अतिथियों का स्वागत हृषीकेश पाठक ने किया,जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ.पप्पू दयाल यत्ति द्वारा किया गया।इस कार्यक्रम में श्रीमती कविता सिंह,विधायक और श्रीमती आशा प्रभात,उपन्यासकार की गरिमामय उपस्थिति रही।इसके सञ्चालन में संजय कुमार चौधरी,एस. के.पाण्डेय आदि लगे हुए थे।सफल कार्यक्रम में श्रोताओं का भरपूर सहयोग मिला,जिससे अंत-अंत तक हॉल भरा रहा और डॉ. मृदुला बिहारी को सुनने के लिए पत्रकारों की भी काफी अच्छी उपस्थिति रही।

अंगिका की पढ़ाई और विकास से संबंधित यह ज्ञापण एसके प्रोग्रामर और उनकी टीम मुख्ययमंत्री, बिहार को देने के लिए उनके कार्यालय गये.

गीत एव नाटक प्रभाग,भारत सरकार की ओर से बिहार के पटना कार्यालय में डेमों की गई जिसमें बिहार की चर्चित नाट्य संस्था मंथन कला परिषद्, खगौल का चयन "A" गुप मे किया गया । जिसमें मात्र बिहार की तीन संस्था का चयन गुप " A " में किया। वहीं फुलवारी शरीफ के नाट्य संस्था एकजुट का चयन "C" में हुआ इस डेमों में बिहार की कुल 61 नाट्य संस्था का चयन किया । (साभार- अमन राज) नीचे का एक चित्र भी.


"दशम विद्यापति पर्व समारोह -2017" - दादादेव मंदिर मेला ग्राउंड ,पालम में दिनांक-10 -दिसम्बर -2017 दिन -रविवार क "दशम विद्यापति पर्व समारोह -2017" आयोजन भेल जाही में मिथिला लोककला प्रदर्शनी आ सांस्कृतिक कार्यक्रम,लोक- नृत्य,प्रस्तुति आ बिराट मैथिल समागम भेल l मिथिला लोककला प्रदर्शनीक उद्घाटन केलनि बिहारक चर्चित मैथिल चित्रकार संजू दास आ संग में रहथि अखिल भारतीय मिथिला संघक अध्यक्ष विजय चंद्र झा जी ,बी एन झा ,मिहिर कुमार झा, मनोज पाठक ,अभय कुमार दास, अधीर मल्लिक आर बहुत रास मैथिल कला प्रेमी. (नीचे का एक चित्र भी)



9 दिसम्बर,2017 को पटना में कोयत से तशरीफ़ लाये  शायर अफ़रोज़ आलम के सम्मान में डॉ ज़रनिगर यास्मीन और आसिफ़ नवाज़ ने बज़्मे कैफ़ के तहत प्रसिद्ध शायर कासिम खुरशीद के आवास पर एक ख़ूबसूरत नशिस्त आयोजित की जिसमें मेहमान शायर के सम्मान के साथ डॉ जावेद हयात के दोबारा पी जी हेड बनने पर सम्मानित करने के बादअफ़रोज़ आलम एजाज़ अली अरशद क़ासिम ख़ुर्शीद मुश्ताक़ अहमद नूरी इसराइल रज़ा शमीम क़ासमी अता आब्दी शहाब ज़फ़र आज़मी मोइन ग्रीडिहवी काज़िम रज़ा कामरान ग़नी सबाऔर नसर बल्ख़ी के कलाम भी सुने गए । इज़हार खिज़र नुरूस्सलाम नदवी ने भी सादर उपस्तिथि दर्ज की । ((नीचे का एक चित्र भी)


 Pustak mela, Patna dt 10 December, 2017. Prasiddh patrakar Shree Pushyamitra kee kitab "jab neel ka daag mita-champaran 1917" ke lokarpan ke awsar par udgaar prakat karte hue. Photo- Shree Saqib. Is awsar par warishth patrakar Shree Vikas Jha aur Shree Awdhesh Preet ke kitabon ka bhee lokarpan hua.

मिथिला महोत्सव, कानपुर -  मिथिलांचल महासभा द्वारा 10 दिसम्बर 2017 केँ आयोजित कार्यक्रमक चित्र


दिनांक 10/12/2017 को ज्ञान भवन मे आयोजित पुस्तक मेले में साहित्य को समर्पित संस्था लेख्य - मंजूषा के सदस्यों द्वारा बेटियों के सशक्तीकरण विषय पर "काव्योत्सव" का आयोजन किया गया। मैंने भी अपनी कविता प्रस्तुत की। डॉ कल्याणी ने सामाजिक कुरितियों को दूर करने की कविता सुनाई। वीणाश्री हेंब्रम ने सुनाया कि 'जब तक रहते हो, सब संवरा सा लगता है'। श्रीमती कृष्णा सिंह ने सुनाया 'ये पुस्तक मेला है, ये पुस्तक मेला है' सदस्यगण में डॉ सतीशराज पुष्करणा, संगीता गोविल, डॉ सुधा सिन्हा , नेहा नुपुर, ज्योती स्पर्श , एकता कुमारी आदि ने भी अपनी रचनाओ से श्रोताओ को आकर्षित किया। इस अवसर पर रचनाओ में सामाजिक कुरुतियाँ तथा उनके निवारण की भी बात कही गई। बड़ी संख्या में श्रोताओं के साथ कवि श्री घनश्याम,कवि श्री निलांशु रंजन, पद्म श्री सम्मान प्राप्त प्रसिद्ध लेखिका डॉ उषा किरण खान,कवि डॉ बी. एन. विश्वकर्मा,श्री आनंद माधव, श्रीमती भावना शेखर, ई गणेश जी बागी आदि उपस्थित थे मंच का संचालन श्रीमती वीणाश्री हेंब्रम तथा संजय कुमार‌ 'संज' ने किया। (एक चित्र सबसे अंत के ठीक पहले भी)

पटना पुस्तक मेला ज्ञान भवन के बाहर बाएँ से कविडॉ कर्मानंद आर्य* गणमान्य महिला साहित्यकार, अरविंद पासवान और कवि, चिंतक डॉ मुसाफ़िर बैठा*। कर्मानंद जी गया से पधारे थे। वे भारतीय भाषा केंद्र सेंट्रल यूनिवर्सिटी गया में हिन्दी के सहायक अध्यापक हैं। कवि कर्मानंद आर्य का दूसरा काव्य-संग्रह : डरी हुई चिड़िया का मुकदमा का पुस्तक मेला में लोकार्पण होनेवला था


पटना पुस्तक मेला में प्रसिद्ध आलोचक सुधीश पचौरी के साथ बात करते अनीश अंकुर ।विषय था लोकप्रिय साहित्य बनाम गम्भीर साहित्य

16.12.2017.  सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के 107 वें स्थापना दिवस पर आज पटना में एक यादगार ख़ूबसूरत भव्य और बहुत ही स्तरीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया वर्षों बाद आज भव्य भीड़ ने आमंत्रित रचनाकारों को एक दौर समाप्त होने के बाद दूसरे दौर में भी सुना । घंटों सुनाने के स्मरणीय क्षण को कभी भुलाया नहीं जा सकता । बेहतरीन आयोजन के लिए आंचलिक प्रबंधक श्री एम के बजाज उनके सहयोगियों को विशेष बधाई । क़ासिम ख़ुर्शीद सदफ़ इक़बाल आर पी घायल परिमलेन्दु सिन्हा आराधना प्रसाद और एम के बजाज को रचनाकार के तौर पर उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने बहुत मनोयोग से सुना. (नीचे का एक चित्र भी)






झारखंड के कवि सम्मेलन के मंच पर मुख्य अतिथि श्री रवीन्द्र कुमार पांडेय, माननीय सांसद, गिरिडीह के साथ बिहार से निकले देश के लोकप्रिय शायर समीर परिमल
पंकज झा- लोकप्रिय हिंदी फिल्मी गानों को संस्कृत में हूबहू अनुवाद कर गाते हैं. उनके वीडियो यूट्यूब पर खास चर्चित बहुदर्शित हैं. (नीचे का एक चित्र भी)

पंकज झा का संस्कृत गीत का गायन चल रहा है और कन्या पाठशाला, राजभवन की बच्चियाँ उस गायन का आनंद ले रहीं हैं.




23 दिसम्बर,पटना.रामवृक्ष बेनीपुरी जयंती बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन में (नीचे के तीन चित्र भी)






This  young  Bihari engineer is remembering his home state in Beunos Aires (Arzentina). He says he misses Bihar out there. 


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