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# DAILY QUOTE # -"हर भले आदमी की एक रेल होती है/ जो माँ के घर तक जाती है/ सीटी बजाती हुई / धुआँ उड़ाती हुई"/ Every good man has a rail / Which goes to his mother / Blowing wistles / Making smokes [– आलोक धन्वा, विख्यात कवि की एक पूर्ण कविता / A full poem by Alok Dhanwa, Renowned poet]

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Saturday, 6 May 2017

Siddhant ceremony before marriage in Mithila (मिथिला विवाह के पूर्व सिद्धान्त की रस्म)

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विवाहक निश्चय बिनु वर आ कन्याक उपस्थिति मे
Fixation of marriage in absence of bride and bridegroom
                   (देखू 4 मई,2017 केँ दरभंगाक निकट सम्पन्न भेल सिद्धान्त समारोहक वास्तविक चित्र
          (View  real photos of the Siddhant ceremony actually performed on 4.4.2017 near Darbhanga)
             
              (English text follows Maithili text)
    बिहार सांस्कृतिक विविधताक मिसाल अछि. बिहारक उत्तर भाग में अवस्थित मिथिला अपन आचार व्यवहारसंस्कारआतिथ्य आ वाणीक मधुरताक   लेल दुनिया भरि मे बेजोड़ अछि. एतुका ब्राहमण आ कर्ण कायस्थ समाज मे विवाह के पहिने वर पक्ष एवं कन्याक पक्ष सँ प्रतिनिधि गण पूर्व-निर्धारित स्थल आ समय पर एकत्रित भs ‘सिद्धान्तक विधिक सम्पादन करैत छथि. विशेष बात ई छैक जे अमुक वरक विवाह अमुक कन्या सँ निश्चय भेबाक घोषणा करैबला एहि विधि मे सभ पुरुषगण तs रहैत छथि मुदा वर आ कन्याक दरस नहि होइत छैक. मात्र वर आ कन्याक परिजनक द्वारा कयल गेल घोषणा पूर्णत: बाध्यकारी होइत छैक जेकरा तोड़ि देनाई गम्भीर सामाजिक अपराध मानल जाइत अछि.

       Bihar is a true example of diversity. In north part of Bihar, Mithila is incomparable in the whole world for its high standards of demeanor, culture, hosting and sweetness of voice.  In the society of Brahmin and .Karna Kayastha here, people from Bride's and bridegroom's side congregate at a predetermined place and time and conduct the ceremony of 'siddhant'. The peculiar feature is that nobody sees the bride or bridegroom in the ceremony in which their marriage is announced to be fixed. And of course, the announcement about fixation of marriage just in the presence of the families of both sides is fully binding upon the bride and bridegroom, the violation of which is termed as a big social crime.


     सिद्धान्तक लेल प्रस्थान होयबाक काल लोटा उठौनिहार आ परिवारक मुखिया के परिछन होइत छैक. सिद्धान्तक काल वर पक्ष आ कन्या पक्षक एक-एक प्रतिनिधि जे प्राय: वर आ कन्या सँ छोट होइत छथि, एक टा जल भरल लोटा केँ सम्मिलित रूप सँ उठबैत छथि. ओही अवस्था मे एक टा पंजीकार किछु शुभ मन्त्रक उच्चारण करि वर आ कन्याक वंशावली पढैत ई प्रमाणित करैत छथि जे दूनू मे कोनो भाई-बहिनक अथवा विवाह हेतु प्रतिबन्धित कोनो आओर सम्बंध नहि ठहरैत अछि. तकरा बाद वैह पंजीकार दूनू मे विवाहक निश्चय भेलाक घोषणा करैत छथिन्ह. अन्त मे दूनू तरफ सँ लोटा उठौनिहार एक-दोसर सँ गला मिलैत छथि. ई विधि सम्पन्न भेला पर सभ कियो सौंफ, फलाहार आ अन्य भोज्य सामग्री पबैत छथि.
     Before proceeding for 'siddhant' ceremony the person who would hold the 'lota' (metal pot) and the head of the family are tested with flames of lamp. At the time of performance of 'siddhant' ceremony, each one representative male from the sides of bride and bridegroom hold a metal pot together which is filled up with water. The 'panjikar' (authorised registrar of pedigrees in their society) chants out some Sanskrit mantras and then reads out the pedigrees of persons going to be married. On the basis of lineages from paternal and maternal sides of both marriage-partners, it is proved that there is no relation of brother-sister or any other type in which marriage is prohibited by customary laws. After this, the representatives holding 'lota' hug each other and then ',saunf', dry fruits and other eatables are served to each of the people from both sides.


     फेर दूनू पक्ष सँ लोटा उठौनिहार केँ घर पहुँचला पर दरवाजा पर परिछनि होइत छन्हि आ तकर पश्चात हुनकर आ कन्या केँ हल्दी आ चन्दन केँ लेप लगा पसाहिन होइत छैन्हि जे परिवार के जेठ विवाहित स्त्रीगण सम्पादित करैत छथि. 
     When the persons who held the 'lota', reach their respective house they are welcomed by the females of family at the gate and are again tested by the flame of the lamp (parichhan). Thenafter that person and the bridegroom are massaged with turmeric and sandlewood paste.   

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सुबर्णा (पेंटिंग- प्रीति) /Subarna ('Lota'- the metal pot)


इत्रक (पेंटिंग- प्रीति) /Itrak - the perfumer 


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