**New post** on See photo+ page

बिहार, भारत की कला, संस्कृति और साहित्य.......Art, Culture and Literature of Bihar, India ..... E-mail: editorbejodindia@gmail.com / अपनी सामग्री को ब्लॉग से डाउनलोड कर सुरक्षित कर लें.

# DAILY QUOTE # -"हर भले आदमी की एक रेल होती है/ जो माँ के घर तक जाती है/ सीटी बजाती हुई / धुआँ उड़ाती हुई"/ Every good man has a rail / Which goes to his mother / Blowing wistles / Making smokes [– आलोक धन्वा, विख्यात कवि की एक पूर्ण कविता / A full poem by Alok Dhanwa, Renowned poet]

यदि कोई पोस्ट नहीं दिख रहा हो तो ऊपर "Current Page" पर क्लिक कीजिए. If no post is visible then click on Current page given above.

Wednesday 21 August 2019

"ग्रेजुएट बाबू" - बिहार के कलाकारों द्वारा बेरोजगारी पर निर्मित फिल्म जुलाई 2020 में रिलीज होगी

भारतीय बेरोजगारी की एक मुख्य समस्या को दर्शाएगी फ़िल्म "ग्रेजुएट बाबू"

(मुख्य पेज पर जायें- bejodindia.blogspot.com / हर 12 घंटे पर देखते रहें - FB+ Watch Bejod India)


देश मे युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर बहुत बड़ी समस्या होती जा रही है और यह समस्या देश के विभिन्न प्रांतों में है। विपक्ष सत्ताधारी पार्टी पर और सत्ताधारी पार्टी विपक्ष पर आरोप प्रति-आरोप लगा रहें हैं । समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है । लेकिन सिर्फ़ राजनीतिक पार्टियों या सत्ताधरियो से ही इस समस्या का समाधान संभव नहीं है । ज़रूरी है इस समस्या से देश के युवा भी अवगत हो और इसका निराकरण करें। इसी क्रम में हिंदी फ़ीचर फ़िल्म "ग्रेजुएट बाबू" देश में बेरोजगारी की एक मुख्य समस्या को दर्शाएगी।  

मैथिवुड हंगामा प्रोडक्शन के अंतर्गत बन रही फ़िल्म "ग्रेजुएट बाबू" का मुख्य किरदार बिहार से जुड़ा है । क्योंकि बिहार से हर वर्ष लाखों की संख्या में युवा  नौकरी की तलाश में महानगरों की ओर जाते हैं। कुछ युवाओं को सही नौकरियां मिल पाती है, अधिकतर युवा इधर-उधर भटक जाते हैं और जिसका फायदा महानगरों में फ़्रॉड जॉब कंस्लटेंसी चलाने वाले उठाते हैं।  

फिल्म "ग्रेजुएट बाबू" की पृष्ठभूमि गांव और शहर दोनों को जोड़ती है, इसमें पलायन को लेकर के काफी कुछ बताया गया है। फ़िल्म यह भी बताती है कि आपके शहर में अगर लोग शिक्षित हैं तो उनके लिए रोजगार की संभावनाएं भी होनी चाहिए। इसके कारण ही आज युवा शहर में पलायन करते हैं। शिक्षा अर्जित करते हैं फिर भी नौकरी बहुत मुश्किल से मिलती है। इन्हीं विडंबनाओं को इस फिल्म में बेहतरीन ढंग से दिखाया जाएगा। 

फ़िल्म में लेखन और निर्देशन नवीन भारद्वाज का है।  नवीन भारद्वाज बहुत सारे क्षेत्रीय फिल्मों में सह निर्देशन का काम कर चुके हैं। फिल्म के साथ-साथ उन्होंने क्षेत्रीय टीवी सीरियल में भी सह निर्देशन का काम किता है, कई सारी शॉर्ट फिल्मों का भी  निर्देशन उन्होंने किया है। इस फ़िल्म में संगीत दे रहें हैं सुधीर-मिलिंद। फिल्म "ग्रेजुएट बाबू"  से नवीन भारद्वाज हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री में बतौर फीचर फिल्म निर्देशक डेब्यू कर रहे हैं। फ़िल्म की शूटिंग बिहार एवं दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर की जाएगी। 

फ़िल्म के मुख्य भूमिका में पटना रंगमंच में सक्रिय कलाकार तरुण यादव होंगे तथा मुख्य सपोर्टिंग किरदार में राष्ट्रीय नाट्य नाट्य विद्यलाय से उत्तीर्ण एवं बॉलीवूड के कई बड़ी फिल्मों में काम कर  चुके नए उभरते सितारे दुर्गेश कुमार होंगे। साथ ही और भी कई अन्य बॉलीवूड के कलाकार होंगे। फ़िल्म की शूटिंग अक्टूबर में बिहार में होगी। फ़िल्म "ग्रेजुएट बाबू" 27 जुलाई 2020 को रिलीज़ होगी।
......

आलेख - सुभाष कुमार
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल - editorbejodindia@yahoo.com
सुभष कुमार फिल्म के निर्देशक नवीन भारद्वाज के साथ

No comments:

Post a Comment

अपने कमेंट को यहाँ नहीं देकर इस पेज के ऊपर में दिये गए Comment Box के लिंक को खोलकर दीजिए. उसे यहाँ जोड़ दिया जाएगा. ब्लॉग के वेब/ डेस्कटॉप वर्शन में सबसे नीचे दिये गए Contact Form के द्वारा भी दे सकते हैं.

Note: only a member of this blog may post a comment.