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# DAILY QUOTE # -"हर भले आदमी की एक रेल होती है/ जो माँ के घर तक जाती है/ सीटी बजाती हुई / धुआँ उड़ाती हुई"/ Every good man has a rail / Which goes to his mother / Blowing wistles / Making smokes [– आलोक धन्वा, विख्यात कवि की एक पूर्ण कविता / A full poem by Alok Dhanwa, Renowned poet]

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Saturday, 24 June 2017

कुमार पंकजेश की गज़ल-1 अंग्रेजी काव्यानुवाद के साथ (Hindi poem of Kumar Pankajesh with poetic English translation)

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ग़ज़ल  (A poem)
(- कुमार पंकजेश / Kumar Pankajesh)



इक लौ उम्मीद की है और तूफ़ान से लड़ना है,
मेरे यक़ीन को यारो गुमान से लड़ना है,
I have a flame of hope and a storm to defeat
As my determination is fighting my conceit

जिस्म लोहे का और दिल बना हो पत्थर का,
इक आदमी को तो पूरे जहान से लड़ना है,
Body must be of iron with a heart of stone
As man has to fight the whole world, definite

दुश्मन मेरे हो मगर दोस्त से भी अच्छे हो,
गले मिलो तो ज़रा इत्मीनान से लड़ना है,
You are my enemy but not less a good friend
Come and embrace before in battleground we meet

करेंगे क़त्ल मेरा लोग तेग़ो ख़ंजर से,
मगर मुझे तो बस मुस्कान से लड़ना है,
People will kill me with their sword and daggers
But here I am all smiles with me to beat

तेरा ये हौसला सबसे बड़ा है सरमाया ,
क़दम-क़दम पे तुझे इम्तिहान से लड़ना है,
This, your courage is the biggest capital of yours
With this you have to clear all the exams, well neat 

किसी के घर की हो बेटी तो एक चिड़िया है,
ज़रा सी जान को इस आसमान से लड़ना है,
If the daughter is at someone’s house, she’s a bird
And this little creature has to fight sky indefinite 

जानो दिल से चाहा था किसी वक़्त तुझे,
इक रोज़ आओ के दिलो जान से लड़ना है,
I had loved you wholehearted at some point of time
Now come before me, I have to wage a war concrete  

ये ज़िंदगी है क्या परखते रहो ख़ुद ही को,
सबको ज़मीर के मीज़ान से लड़ना है ,
Such strange is  life, keep testing yourself
On scales of conscience, see whether you right?
____

Word-meanings: (1) गुमान-भ्रम, (2) यक़ीन-विश्वास, (3) जिस्म-शरीर, (4) सरमाया-पूँजी, (5) ज़मीर-अंतरात्मा, (6) मीज़ान-तराजू
......
Original Poem in Hindi by Kumar Pankajesh
Poetic English translation by Hemant Das 'Him'

कवि-परिचय: कुमार पंकजेश एक उत्कृष्ट रचनाकार हैं और पटना में रहते हैं. इनकी गज़लें काफी संजीदगी के साथ जिंदगी का बयाँ करती हैं. इनके अनेक लेख सम्मानित अखबारों और पत्रिकाओं में प्रकशित हो चुके हैं. ये सी.आर.डी. पटना पुस्तक मेला के प्रेस प्रवक्ता हैं. और हिन्दुस्तान और प्रभात खबर जैसे प्रतिष्ठित अखबारों में काम करने का इन्हें वृहत अनुभव है.
Introduction of the Poet: Kumar Pankajesh is an excellent writer and poet and lives in Patna. His gazals presents very poignant analysis of life. His articles have been published in reputed newspapers and magazines.  He has been media coordinator of CDR Patna Book Fair and has a long experience of working with widely circulated newspapers like 'Hindustan' and 'Prabhat Khabar'.

कुमार पंकजेश का मोबाइल /Mobile No. of Kumar Pankajesh: 9631107179
कुमार पंकजेश का लिंक /Link of Kumar Pankajesh: 

  






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