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# DAILY QUOTE # -"हर भले आदमी की एक रेल होती है/ जो माँ के घर तक जाती है/ सीटी बजाती हुई / धुआँ उड़ाती हुई"/ Every good man has a rail / Which goes to his mother / Blowing wistles / Making smokes [– आलोक धन्वा, विख्यात कवि की एक पूर्ण कविता / A full poem by Alok Dhanwa, Renowned poet]

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Saturday, 18 February 2017

Comedy staged on 17.02.2017 in Patna ( हास्य नाटकों का मंचन पटना में दि.17.02.2017 को सम्पन्न)


 Name of play : "Babu jee ka Passbook" Venue: Kalidas Rangalay, Patna
Courtesy : Dept. of Culture, Government of India,
Writer: Madhukar Singh / Director: Suman Kumar / 
Producer : Kala jagaran, Patna 
 Organiser of the theatre festival - Kala Jagaran, Patna
(गूगल द्वारा हिंदी अनुवाद नीचे पढ़ें)
STORY: The first drama played surrounds around the pathetic condition of elderly persons after they retire from their workplace. All the sons and daughter and their spouses rush to their father/father-in-law to show their fondling  sentiments towards the old person. The tragedy is that everyone’s motive is just to snatch his/her pie from the asset of the retired person and in fact they wish him to die rather than living long. The old person knows what is happening and get suggestion from one of his retired colleague who suggests him to donate his accumulated savings to the needy persons residing in slums and desist absolutely from the greedy progenies notwithstanding the biological relationship. 
पहला नाटक खेला बुजुर्ग व्यक्तियों की दयनीय हालत के आसपास चारों ओर से घेरे के बाद वे अपने कार्यस्थल से रिटायर। सभी बेटों और बेटी और अपने जीवन साथी के बूढ़े व्यक्ति के प्रति उनके प्रियतम वस्तु भावनाओं को दिखाने के लिए अपने पिता के / पिता-ससुर की ओर भागते हैं। त्रासदी यह है कि हर किसी का मकसद सेवानिवृत्त व्यक्ति की संपत्ति से उसकी / उसके पाई छीन लिए और वास्तव में वे उसे लंबे समय तक रहने से नहीं बल्कि मरने के लिए चाहते हैं तो बस है। बूढ़े व्यक्ति जानता है कि क्या हो रहा है और उसकी सहयोगी सेवानिवृत्त जो पता चलता है उसे मलिन बस्तियों में रहने वाले जरूरतमंद व्यक्तियों को उनकी जमा बचत दान और जैविक संबंध होते हुए भी लालची संततियों से बिल्कुल विरत करने से एक से सुझाव मिलता है।

PERFORMANCE: The show was marvellous. Though many of the male actors were really veterans agewise their strength in acting was astounding. With them the other male and all female actors gave their remarkable performance. Music got less time to display their acumen but they did. Stage-decoration, light, sound were up to the mark and the story carried the theme well. 























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