गीतों से गूँज उठा माहौल और चुटकुलों पर लगे ठहाके
दुनिया का कोई इंसान प्रतिभाशून्य नहीं होता बस जरूरी होता है पारखी आँखों की और लोगों की सराहना की। कभी कभी पर्याप्त अवसर न मिल पाने की वजह से भी अनेक प्रतिभाएं खिलने के पहले ही कुम्हला जातीं हैं । इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए 'हमारे अलफ़ाज़" नाम के एक ग्रुप ने ओपन माइक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें भाग लेनेवाले युवाओं का उत्साह देखते बनता था ।
पिछले कुछ महीनों में देश भर में नयी पीढ़ी के युवा वर्ग में साहित्य और संस्कृति के प्रति रुचि काफी बढ़ी है। इस तथ्य को पूरी तरह से सिद्ध करता हुआ छात्रों द्वारा ओपन माइक का आयोजन हुआ जिसे दिनांक 17.02.19 को भी "हमारे अल्फ़ाज़" नाम के एक ग्रुप ने किया। इसके संस्थापक राजीव कुमार, मेराज और शिप्रा श्रीवास्तव हैं।
आयोजन पत्रकार नगर, कंकड़बाग,पटना के गोल्डन गेट नामक स्थान पर हुआ। प्रतिभागियों ने अवसर का भरपूर उपयोग करते हुए बड़ी संख्या में छात्र- छात्राओं ने हिस्सा लिया और एक से बढ़कर एक रचनाओं की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम को मनोरंजक और आकर्षक बनाने के लिए कुछ प्रतिभागियों द्वारा मशहूर गीत पेश किया गये तो कुछ ने कामेडी कर सबको हँसाया।
कार्यक्रम में शामिल मुख्य प्रतिभागियों में संस्कृति भारती,सुशांत सिंह ,मनोरंजन राज, साक्षी कुमारी , मीताली, केशव झा, रिया शर्मा ,पुजा तिवारी ,हीर, शताक्षरी ,गौरव सिन्हा ,रौनक़ सिंह ,पू जा कुमारी, प्रिंस के. राज, मनीषा कुमारी इत्यादि।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मशहूर शायर मो. नसीम अख्तर ने की और मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थीं कवयित्री शाइस्ता अंजुम। संचालन संयुक्त रूप से मेराज और शिप्रा श्रीवास्तव ने किया।
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आलेख - मो. नसीम अख्तर
छायाचित्र -हमारे अलफ़ाज़
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल आईडी - editorbejodindia@yahoo.com
सुन्दर आयोजन.
ReplyDeleteयुवा पीढ़ी के उत्साह से हिन्दी कविता के भविष्य के प्रति आशा जागृत होती है.
सभी प्रतिभागियों को हृदय से बधाई
Absolutely wonderful to see this. I hope it will continue.
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