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# DAILY QUOTE # -"हर भले आदमी की एक रेल होती है/ जो माँ के घर तक जाती है/ सीटी बजाती हुई / धुआँ उड़ाती हुई"/ Every good man has a rail / Which goes to his mother / Blowing wistles / Making smokes [– आलोक धन्वा, विख्यात कवि की एक पूर्ण कविता / A full poem by Alok Dhanwa, Renowned poet]

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Tuesday, 31 July 2018

एक लड‌की सोचती है : रोहित ठाकुर की कविताएँ /Hindi Poems of Rohit Thakur with English translation

कविता /Poem- 1 
 एक लड़की सोचती है / A girl thinks
रोहित ठाकुर /  Rohit Thakur



एक लड़की सोचती है 
 दुनिया इस लिये बदरंग है
क्योंकि उसके  लाल
 नीले और गुलाबी रंग की 
रीबन खो गयी है 
A little girl thinks
That this world is faded 
Since she has lost
Her ribbons coloured Red
Blue and pink


एक लड़की सोचती है 
माँ के माथे की बिंदी 
के खो जाने से
सूरज कम लाल उगता है 
A girl thinks 
That if her mother
Loses the bindi on her forehead
And this is why
The sun rises with less redness


एक लड़की सोचती है 
उसके फ्राॅक पर टंके सितारों
के टूटकर गिरने से 
उसके पिता की हँसी खो जाती है 
A girl thinks 
That if the stars studded on her frock
Is broken
Her father loses his laughter

एक लड़की सोचती है 
रोटी के बारे में 
और चाँद के साथ 
आँख मिचौली खेलती है.
A girl thinks 
About her bread 
And plays hide and seek
With the moon.

     
कविता / Poem -2
प्रेम

उन दोनों के बीच प्रेम था 
पर वह प्रत्यक्ष नहीं था
उन दोनों ने एक दूसरे को कई साल फूल भेजे 
एक - दूसरे के लिये कई नाम रचे 
There was love between both of them
But that was not direct
Both sent flowers to each other for years
Called out each other by numerous names

वे शहर बदलते रहे और एक दूसरे को याद करते रहे
वे कई-कई बार अनायास चलते हुए पीछे मुड़कर देखते थे
उन्होंने कई बार गलियों में झांक कर देखा होगा
They changed their cities but remembered each other
Many a time they stalled and turned back 
Just to take a glimpse of each other 
Many a time they must have peeped into the streets

फिर कई सदियाँ बीती 
वे दोनों पर्वत बने
पिछली सदी में वे बारिश बने 
इतना मुझे यकीन है 
इस सदी में वे ओस बने
फिर किसी सफेद फूल पर गिरते रहे   
Many centuries past after that
Both of them became mountains
And turned into rainfall in last century
I am sure that 
In this century they became dewdrops
And kept dripping on some white flowers.
...........
कवि /Poet  - रोहित ठाकुर / Rohit Thakur
कवि का ईमेल / E-mail of the poet-  rrtpatna1@gmail.com 
Translated into English by - hemant Das 'Him'
E-mail: editorbiharidhamaka@yahoo.com

कवि का परिचय:
नाम  रोहित ठाकुर 
जन्म तिथि - 06/12/ 1978
शैक्षणिक योग्यता  -   परा-स्नातक राजनीति विज्ञान
विभिन्न प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिकाओं में कविताएँ प्रकाशित , विभिन्न कवि सम्मेलनों में काव्य पाठ 
वृत्ति  -   सिविल सेवा परीक्षा हेतु शिक्षण  
रूचि : - हिन्दी-अंग्रेजी साहित्य अध्ययन 
पत्राचार :- जयंती- प्रकाश बिल्डिंग, काली मंदिर रोड
संजय गांधी नगर, कंकड़बाग , पटना-800020, बिहार 
मोबाइल नंबर-  9570352164
कवि - रोहित ठाकुर / Poet- Rohit Thakur

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