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Sunday, 29 December 2019

नवगीतिका लोक रसधार तथा यूथ हॉस्टल एसोसिएशन द्वारा शरद उत्सव पटना में 28 .12.2019 को सम्पन्न

नई पीढ़ी के अनेक गायक भोजपुरी गीतों की विरासत को बेहतर बनाने में लगे हुए हैं 
भरत सिंह भारती द्वारा लिखे गए भोजपुरी गीतों के संकलन " का विमोचन भी 
 प्रथम नवगीतिका शिखर सम्मान उषा किरण खान को

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लोकगीत मूलत: परम्परागत रूप से विभिन्न उत्सवों में पुरानी पीढ़ी के लोगों को गाते देखकर ही सीखी जाती है ।  पहले के जमाने मेें इसके प्रचार-प्रसार का यह तरीका सशक्त था। लेकिन आधुनिक युग में जब लोग अपनी जड़, जमीन और संस्कृति से कटते जा रहे हैं यह आवश्यक है कि इस धरोहर को पुस्तक का आकार देकर प्रकाशित किया जाय ।

सांस्कृतिक संस्था नवगीतिका लोक रसधार तथा यूथ हॉस्टल एसोसिएशन, बिहार चैप्टर के तत्वावधान में सांस्कृतिक शरद उत्सव का आयोजन पटना के भारतीय नृत्य कला मंदिर बहुउद्देशीय परिसर में किया गया जिसका विधिवत उद्घाटन बिहार के पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि, जहानाबाद के सांसद चंद्रदेव प्रसाद चंद्रवंशी, पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी और भोजपुरी अकादमी के पूर्व अध्यक्ष चंद्रभूषण राय ने किया । 

इस अवसर पर प्रसिद्ध लोक गायक और गीतकार भरत सिंह भारती द्वारा लिखे गए भोजपुरी गीतों के संकलन "सप्त सरोवर" का विमोचन भी किया गया । मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि ने इस अवसर पर कहा कि भरत सिंह भारती जैसे वरिष्ठ कलाकारों की सक्रियता और समर्पण से बिहार की लोक परंपरा को मजबूती मिली है । सरकार लोक संगीत को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है । विभिन्न महोत्सवों के माध्यम से लोक कलाकारों को बढ़ावा दिया जाता है । राज्य सरकार द्वारा बाल्मीकि नगर जाने वाले पर्यटकों के लिए भी लोक कलाकारों के नियमित प्रदर्शन की व्यवस्था की गई है । 

सांसद चंद्रदेव प्रसाद चंद्रवंशी ने भरत सिंह भारती को एक लिविंग लीजेंड करार देते हुए कहा कि उन्होंने भोजपुरी लोक संगीत को बढ़ावा देने के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया । पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने लोक गायक और गीतकार भरत सिंह भारती  को उनकी दूसरी पुस्तक सप्त सरोवर के लिए बधाई दी । 

इस अवसर पर भरत सिंह भारती ने कहा कि लोकगीतों की परंपरा मौखिक रही है । गांव-जवार में लोगों ने एक दूसरे से सुनकर, याद कर लोकगीतों की परंपरा को सुरक्षित और समृद्ध किया है । सप्त सरोवर में लोक भजन, पूर्वी, चैती , सोहर, संस्कार कजरी और विकास के गीतों को शामिल किया गया है । उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी के अनेक गायक भोजपुरी गीतों की विरासत को बेहतर बनाने में लगे हुए हैं जो उनके लिए संतोष की बात है । लेकिन कई गायक भोजपुरी के नाम पर अश्लीलता को परोस कर भोजपुरी को बदनाम करने में भी लगे हुए हैं । ऐसे गायकों का सामाजिक बहिष्कार भी होना चाहिए । 

प्रसिद्ध लोक गायिका नीतू कुमारी नवगीत ने सांस्कृतिक शरद उत्सव की शुरुआत करते हुए चलेली गंगोत्री से गंगा मैया जग के करें उद्धार गीत पेश किया । उन्होंने रूसल कन्हैया के मैया मनावे खाए ना माखन चोर और कौने देसे गइले बलमुआ कथिया लईहे  ना जैसे गीतों पर श्रोताओं को झुमाया । सतेंद्र कुमार संगीत ने भी अपने गीतों पर लोगों को झुमाया । कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक-साहित्यिक संस्था नवगीतिका लोक रसधार की ओर से वरिष्ठ साहित्यकार उषा किरण खान को साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए प्रथम नवगीतिका शिखर सम्मान-2019 प्रदान किया गया । 

बिहार की कला एवं संस्कृति तथा समाज सेवा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए मनोज कुमार बच्चन, सत्येंद्र कुमार संगीत, रवि मिश्रा, पुष्प लता मोहन, डॉ ध्रुव कुमार, सुधीर मधुकर, आकांक्षा चित्रांश, शैलेश कुमार, दीप श्रेष्ठ, मधुमंजिरी, अलका प्रियदर्शनी, अभय सिन्हा, सोमा चक्रवर्ती और सीपी मिश्रा को नवगीतिका सम्मान- 2019 प्रदान किया गया । शानदार अंदाज में कार्यक्रम का संचालन शैलेश कुमार और रवि रंजन ने किया ।
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आलेख - बिहारी धमाका ब्यूरो
छायाचित्र - नवगीतिका रसधार
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल - editorbejodindia@gmail.com




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