Pages

Wednesday, 12 December 2018

Jagao Mera Desh - a musical drama presented at St. Xavier's High School, Patna on 1.12.2018

unique light and sound show - a bonanza to Patna viewers 



Corruption, gender injustice, caste and communal divisions and many other social evils in their various manifestation were the main themes in an open stage presentation made on a stage consisting of six platforms.  Amazing performance by the students of St. Xaviers School, Patna on 1.12.2018 with adept direction and choreography of some senior artists enthralled everyone.

The script of this splendid show was prepared by Adarsh Vaibhav. Choreography, the prime attraction of the presentation was designed by Manish Bali with assistance of Soni Kumari. Suman Saurabh was holding the keys of Light design and no elaboration is required of his importance behind the thumping success of light and sound style of this musical drama. Nitesh Kumar assisted by Ajit Guzzer took the proud credit of design and direction of this wholesome creative piece of memory that will last  in the minds of thousands of the overwhelmed viewers for years.
.............
Review by -Hemant Das 'Him'
Photographs - Bihari Dhamaka bureau
Email ID for response - editorbiharidhamaka@yahoo.com





























Saturday, 8 December 2018

वाणाबर पहाड़ी की तलहटी में वाणावर महोत्सव में कल्पना और नीतू नवगीत द्वारा संगीत का कार्यक्रम 7.12.2018 को प्रस्तुत

तीसरी शताब्दी ईसापूर्व की बौद्ध गुफाएं और आजीवक संप्रदाय के तपस्वियों का निवास 


वाणाबर पहाड़ी की तलहटी में पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा 7.12.2018 को वाणावर महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बॉलीवुड की प्रसिद्ध गायिका कल्पना पटवारी और बिहार की प्रसिद्ध लोकगायिका डा नीतू कुमारी नवगीत ने भक्ति गीतों तथा पारंपरिक लोक गीतों की शानदार प्रस्तुति करके दर्शकों का मन मोहा । कल्पना पटवारी के गीतों पर दर्शक देर तक झूमते रहे । वहीं नीतू कुमारी नवगीत ने बिहार के पारंपरिक गीतों पर लोगों को झुमाया । 

नीतू नवगीत ने विद्यापति रचित जय-जय भैरवी प्रस्तुत कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। उसके बाद राम और सीता जी के प्रथम मिलन पर आधारित गीत देख कर रामजी को जनक नंदिनी, बाग में बस खड़ी की खड़ी रह गई पेश किया । उन्होंने पिपरा के पतवा फुनिगिया  डोले रे ननदी, वैसे डोले जियरा हमार झूमर और अभियान गीत या रब हमारे देश में बिटिया का मान हो भी पेश किया । उनके साथ राकेश कुमार ने हारमोनियम पर  राजन कुमार प्रथम ने कैसी हो पर  राजन कुमार द्वितीय ने  तबला पर और भोला कुमार ने नाल पर संगत किया ।

महोत्सव का उद्घाटन राज्य के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने किया । ध्यातव्य है कि यहां पर तीसरी शताब्दी ई.पू. की बौद्ध गुफाएं हैं जहां आजीवक संप्रदाय के तपस्वी रहा करते थे । श्री कुमार ने बताया कि बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक कारगर कदम उठाए गए हैं और प्रमुख स्थलों को रामायण सर्किट, जैन सर्किट, बौद्ध सर्किट तथा सूफी सर्किट से जोड़ा गया है ।

जहानाबाद के स्थानीय कलाकारों शिवकुमार विक्कू, अभिषेक सिंह,अवनीश कुमार, सुनैना कुमारी, काजल गुप्ता, अनुपम कुमार, रजी अहमद आदि ने भी अपने गीतों पर उपस्थित दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया । इस अवसर पर जहानाबाद के जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष, उप विकास आयुक्त रामरूप प्रसाद, भूमि सुधार उप समाहर्ता अमलेंदु कुमार, परितोष कुमार, जिला सूचना अधिकारी शंभूनाथ झा, अमिताभ सिन्हा, संजीव कुमार सहित जिले के सभी आला अधिकारी और गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे ।
........
आलेख और छायाचित्र  - बिहारी धमाका ब्यूरो को दी गई जानकारी के आधार पर 
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल- editiorbiharidhamaka@yahoo.com




Thursday, 6 December 2018

लेख्य मंजूषा की द्वितीय वर्षगांठ पर पत्रिका का लोकार्पण और साहित्यिक गोष्ठी 4.12.2018 को पटना में संपन्न

"साहित्यिक स्पन्दन" और "पटना वाला प्यार" का लोकार्पण एवं रचनाओं का पाठ 



दिनांक 04.12.2018 को आई.ई.आई. भवन पटना में आयोजित "लेख्य-मंजूषा का द्वितीय वार्षिकोत्सव। हाइकु दिवस एवं लेख्य-मंजूषा साहित्योत्सव का आयोजन, गुलाबी सर्दी में मंच द्वारा मिल रहा गजब का उत्साहवर्धक मौका और सदस्यों में लगी होड़ अपनी रचनाओं को सुनाने की।

इस मौके पर संस्था की अपनी पत्रिका 'साहित्यक स्पंदन' का लोकार्पण भी किया गया। लेख्य-मंजूषा के उप सचिव अभिलाष दत्त की कहानियों की पुस्तक 'पटना वाला प्यार' का भी लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम में हाइकु दिवस भी मनाया गया एवं गद्य चर्चा में डॉ. सतीशराज पुष्करणा ने हिंदी साहित्य में गद्य विधा की विशेषता पर रोशनी डाला। लघुकथा के पुरोधा  डॉ. सतीशराज पुष्करणा जी को वरिष्ठ हाइकुकार के रूप में सम्मानित करते हुए लेख्य-मंजूषा ने स्वयं भी गर्व का अनुभव किया।

प्रस्तुतियों में जहां सुनील कुमार की रूमानियत से भरी ग़ज़ल, संजय संज की जीवन की आखिरी सच्चाई मृत्यु शीर्षक वाली कविता, मधुरेश नारायण की जीवंत कविता, हिमांशु शेखर, चंदन कपूर, शाइस्ता अंजुम की ग़ज़लें, शैलेश कुमार वर्मा,  एवं डॉ. सुधा सिन्हा की प्यार भरी रचनाओं से आयोजन में चार चाँद लगे वहीं पूनम आनन्द, मो. नसीम अख्तर, वीणाश्री हेम्ब्रम, डॉ. अनीता राकेश, महिमाश्री, के हाइकु पाठ तो ज्योति मिश्रा की हाइकु और कहानी तथा सुषमा सिंह, ज्योति स्पर्श के लघुकथा तथा संस्मरण का पाठ में संगीता गोविल, सीमा रानी, ईशानी सरकार,  प्रतिमा सिन्हा, प्रेमलता सिंह , राजकांता सिंह , नीतू कुमारी, डॉ. रब्बान अली, मिनाक्षी सिंह, एकता कुमारी, डॉ पूनम देवा, मीरा प्रकाश, विभूति कुमार एवं सुबोध कुमार सिन्हा, रंजना सिंह और नूतन सिन्हा ने साहित्य की गद्य विधा को भी रूचिकर बनाकर मंच पर पेश किया जिसे आमतौर पर मंच पर प्रदर्शित करने का मौका नहीं दिया जाता। सभी कवियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कहना ना होगा कि सभी कवियों और रचनाकारों को ना सिर्फ तालियां मिली बल्कि मंचासीन अतिथियों से भी खूब दाद मिली।

अनीता मिश्रा (हजारीबाग), शशि शर्मा खुशी (हनुमान गढ़, राजस्थान), सुनीता पाटिल (चेन्नई), कमला अग्रवाल (इंदिरापुरम एनसीआर), कल्पना भट्ट (भोपाल) की रचनाएँ भी उपस्थित सदस्यों द्वारा पढ़ी गईं।

साहित्य और समाज को जागरूक करती संस्था के मंच पर संस्था की अध्यक्ष विभा रानी श्रीवास्तव के साथ अतिथियों में डॉ. सतीशराज पुष्करणा, श्री अवधेश प्रीत , श्रीमती पूनम आनन्द, श्री निलांशू रंजन, डॉ. ध्रुव कुमार, श्री समीर परिमल उपस्थित रहे। मंच संचालन श्रीमती वीणाश्री हेम्ब्रम (सचिव) एवं धन्यवाद ज्ञापन मो. नसीम अख्तर (महासचिव) ने किया।
....
आलेख - संजय कुमार संज
लेखक का ईमेल आईडी - sanjay.toppers@gmail.com
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल आईडी - editorbiharidhamaka@yahoo.com