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Friday, 26 January 2018

देशभकित गीत-2 / तिरंगे तू ही शान है - राजकुमार भारती

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अपना भारत देश महान है


फहराता तिरंगा अपना प्यारा
देश का यह अभिमान है
अपना भारत देश महान है

खेतों में सोना है उगता
गंगा की लहरें हैं उठतीं
मिलजुल कर आगे हैं बढ़ते
कितने सुन्दर हैं ये रस्ते

देशभक्त कृषक, वैज्ञानिक
इन्हीं में देश की जान है

गौतम बुद्ध महावीर जानो
अपनी धरा की शान है
शिल्पकार वो संविधान का 
बाबा साहब मान हैं

संत समागम की यह धरती
रखती उच्च स्थान है

मंगलविजय की अजब ये गाथा
तिलक लगाती भारत माता
सुशोभित है भाल जगत में
अंतहीन तेज यह भाता

नतमस्तक कर अपनी धरा को 
सभी बढ़ाते मान हैं.
.....
कवि- राजकुमार भारती
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल- hemantdas_201@yahoo.com
                                                             
                                                                                             




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