(1)
"दुआ कीजिए इस होली में
गाल गाल पर लाली हो
मालपुए सी मीठी बीवी
और किसमिस सी साली हो"
(-विशुद्धानन्द)
(2)
"पत्नी चरण पुनीत
सफलता का है कारण
सब देवों को छोड़
कीजै पत्नी आराधन"
(-विशुद्धानन्द)
(3)
"उनके आने के हफ्ते भर पहले ही
दंगा शांत हो चुका था
लेकिन
उनके सुमधुर भाषणों का
जनता पर कुछ यूँ प्रभाव पड़ा
कि
दंगा फिर भड़क उठा."
(-हेमन्त 'हिम')
(4)
"होली मिल के मनावs
फागुन के दिन आइल रे"
(-राजकुमार 'प्रेमी')
विडियो का लिंक फोटो के अंत में है.
अवर अभियंता संघ द्वारा अदालतगंज, पटना में अवस्थित संघ के भवन में होली मिलन समारोह का उल्लासपूर्वक आयोजन किया गया जिसमें प्रसिद्द गीतकार विशुद्धानंद समेत भागवत 'अनिमेष', राजकुमार प्रेमी , हेमन्त 'हिम', रमेश पाठक तथा अन्य गणमान्य साहित्यकारों एवं संघ के सदस्यों ने भाग लिया. संघ के अधिकारी और साहित्यकार हृषीकेश पाठक ने कार्यक्रम का सञ्चालन किया. इस अवसर पर होली गीत गए गए, हास्य कविताएँ पढ़ी गईं और पुआ- पकवान खिलाये गए.
विडियो का लिंक https://www.facebook.com/vishuddhanand.pandey.3
नोट: इस लेख में सुधार तथा अन्य जानकारियाँ जुड़वाने हेतु कृपया इस ई-मेल आई.डी. पर संपर्क करें - hemantdas_2001@yahoo.com









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